Today Current Affairs In Hindi
Current Affairs - 20 Jan 2021 |
गणतंत्र दिवस समारोह में परेड की सुरक्षा का
जिम्मा
गणतंत्र दिवस समारोह में राजपथ और इण्डिया
गेट इलाके में होने वाले परेड की सुरक्षा का जिम्मा ITBP की K9 टीम को सौंपा गया
है | इस टीम में बेल्जियम का मालिनोईस नस्ल का कुत्ता शामिल है |
एशिया की सबसे प्रदूषित नदी
एक्सप्रोर्ट ऑफ़ प्लास्टिक डिबरिस बाय रिवर्स
इनटू द सी रिपोर्ट के अनुसार , एशिया की कुछ प्रदूषित नदिया समुद्र को प्लास्टिक
कचड़े से भर रही है | इस रिपोर्ट और शोध के अनुसार , चीन चांग जियांग या यांगेज नदी
इस मामले में सबसे अधिक दोषी है | यह समुद्र में प्रति वर्ष 1.47 मिलियन तन
प्लास्टिक पंहुचाती है |
चीन , भारत और पाकिस्तान से बहने वाली सिन्धु
नदी भी सबसे प्रदूषित नदी मानी गई है | यह समुद्र में 164,000 तन प्लास्टिक कचड़ा
हर साल ले जाती है | वंही चीन की दूसरी सबसे बड़ी नदी येलो भी काफी प्लास्टिक कचड़ा
समुद्र में ले जाती है | इससे करीब हर साल 124,000 प्लास्टिक कचड़ा नदियों में
पंहुचता है |
युद्धाभ्यास “डेजर्ट नाईट”
भारत और फ़्रांस के वायुसैनिक के बीच 20 जनवरी
2021 से जोधपुर में युद्धाभ्यास करेंगे | डेजर्ट नाईट युद्धाभ्यास के लिए भारतीय
वायुसेना का का सामान लेकर माल वाहक विमाल ग्लाब मास्टर जोधपुर पंहुच गया है |यह
युद्धाभ्यास 24 जनवरी तक चलेगा |
यह पहला मौका होगा है जब देश में किसी
युद्धाभ्यास में राफेल शामिल होगा | इस युद्धाभ्यास को राफेल की परीक्षा के तौर पर
देखा जा रहा है | इस युद्धाभ्यास को दो साल पहले भारत और फ़्रांस के बीच हुए “गरुड़”
से अलग माना जा रहा है | इसमें फ़्रांस के राफेल के साथ ही मालती रोल टैंकर एयर बस
ए – 330, टेक्निकल ट्रांसपोर्ट विमान ए – 400 और 175 शामिल होंगे |
पराक्रम दिवस
महान स्वतंत्रता सेनानी और आजाद हिन्द फ़ौज के
संस्थापक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 125वीं जयंती से पहले भारत सरकार ने बताया है
की हर साल 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जन्मदिन को पराक्रम दिवस के रूप
में मानाने का फैसला लिया है |
काफी सालो से भारत की झंता नेताजी का जन्मदिन
देश प्रेम दिवस के रूप में मना रही है |
कार्बन कैप्चर एंड स्टोरेज तकनीक
यह एक ऐसी तकनीक है जिसमे पॉवर प्लांट व्
फैक्ट्री के उत्सर्जन से कार्बन डाईऑक्साइड को संघनित करते हुए पंप के जरिये धरती
के नीचे भंडारित कर दिया जाता है | ब्रिटेन इस तकनीक को विकसित और इस्तेमाल करने
के लिए सबसे उपयुक्त स्थान माना जा रहा है | इसकी वजह है की उद्धोगो से निकलने
वाले कार्बन डाई’ऑक्साइड को उतारी सागर में संगृहीत किया जा सकता है |ब्रिटेन में
20 साल पहले कई सीसीएस विकास परियोजनाए शुरू हुई थी , लेकी वितीय कारणों से रद कर
डी गई
वर्ष 2030 तक जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने
में सीसीएस तकनीक कोई उल्लेखनीय योगदान नहीं दे सकती | वर्ष 2030 तक तापमान वृद्धि
की रफ़्तार को 1.5 डिग्री सेल्सियस पर रोकने का लक्ष्य तय किया गया है | ऐसे में
नवीकरणीय उर्जा इकाइयों की स्थापना को भी बढ़ावा देना चाहिए | ऐसी इकाइयों की
स्थापना के बाद ब्रिटेन के उर्जा उधोगो से कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है|